रणथम्भोर दुर्ग
रणथम्भोर दुर्ग :
यह गिरी दुर्ग और वन दुर्ग दोनों श्रेणियों में आता है
सवाईमाधोपुर जिले में थम्भोर पहाड़ियों पर।
निर्माण 944 में नागिल जाट द्वारा करवाया गया।
पृथ्वीराज के पुत्र शासन किया। उसके बाद मेवाड़ के हम्मीरदेव चौहान का शासन रहा जिसने अलाउदीन ख़िलजी से यध किया और हार गए। उसके बाद अल्लाउदीन ख़िलजी का शासन रहा।
मुख्या निर्माण
गणेश जी का मंदिर
हम्मीर महल
जोहर महल
रनिहाड तालाब
इस दुर्ग अबुल फज़ल ने कहा था की '' अन्य सभी दुर्ग नंगे है जबकि दुर्ग बख्तरबंद है ''
यह गिरी दुर्ग और वन दुर्ग दोनों श्रेणियों में आता है
सवाईमाधोपुर जिले में थम्भोर पहाड़ियों पर।
निर्माण 944 में नागिल जाट द्वारा करवाया गया।
पृथ्वीराज के पुत्र शासन किया। उसके बाद मेवाड़ के हम्मीरदेव चौहान का शासन रहा जिसने अलाउदीन ख़िलजी से यध किया और हार गए। उसके बाद अल्लाउदीन ख़िलजी का शासन रहा।
मुख्या निर्माण
गणेश जी का मंदिर
हम्मीर महल
जोहर महल
रनिहाड तालाब
इस दुर्ग अबुल फज़ल ने कहा था की '' अन्य सभी दुर्ग नंगे है जबकि दुर्ग बख्तरबंद है ''
रणथम्भोर दुर्ग
Reviewed by netfandu
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6:41 AM
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