कुम्भलगढ़ दुर्ग
कुम्भलगढ़ दुर्ग
राजसमन्द जिले में सादड़ी गांव।
निर्माण 1498 में महाराणा कुम्भा ने करवाया। शिल्पी मण्डन के देखरेख में।
मुख्या निर्माण
1 कटारगढ़
2 झाली रानी का महल
3 कुम्भास्वामी विष्णु का मंदिर ( महाराणा कुम्भ द्वारा बनवाया गया )
4 मामदेव का कुण्ड ( यंहा कुम्भा की उनके पुत्र ऊदा ने हत्या की थी )
प्रमुख तथ्य :
1 उदयसिंघ का लालन पालन यही हुआ था
2 इसी दुर्ग में उदयसिंघ का राज्याभिषेक हुआ था
3 महाराणा प्रताप का जनम भी यही हुआ था
4 यही से महाराणा प्रताप ने मेवाड़ पर शासन की शुरुआत की थी
इसी दुर्ग के बारे में अबुल फज़ल ने कहा था की यह दुर्ग इतनी उचाई पर बना है की निचे से ऊपर की तरफ देखने पर सर की पगड़ी गिर जाती है
इस दुर्ग की दीवार 22 km लम्बी है जो चीन की महान दिवार के बाद सबसे बड़ी है। इसे भारत की महान दिवार भी कहा जाता है (the great wall of India )
राजसमन्द जिले में सादड़ी गांव।
निर्माण 1498 में महाराणा कुम्भा ने करवाया। शिल्पी मण्डन के देखरेख में।
मुख्या निर्माण
1 कटारगढ़
2 झाली रानी का महल
3 कुम्भास्वामी विष्णु का मंदिर ( महाराणा कुम्भ द्वारा बनवाया गया )
4 मामदेव का कुण्ड ( यंहा कुम्भा की उनके पुत्र ऊदा ने हत्या की थी )
प्रमुख तथ्य :
1 उदयसिंघ का लालन पालन यही हुआ था
2 इसी दुर्ग में उदयसिंघ का राज्याभिषेक हुआ था
3 महाराणा प्रताप का जनम भी यही हुआ था
4 यही से महाराणा प्रताप ने मेवाड़ पर शासन की शुरुआत की थी
इसी दुर्ग के बारे में अबुल फज़ल ने कहा था की यह दुर्ग इतनी उचाई पर बना है की निचे से ऊपर की तरफ देखने पर सर की पगड़ी गिर जाती है
इस दुर्ग की दीवार 22 km लम्बी है जो चीन की महान दिवार के बाद सबसे बड़ी है। इसे भारत की महान दिवार भी कहा जाता है (the great wall of India )
कुम्भलगढ़ दुर्ग
Reviewed by netfandu
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11:19 PM
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